बसंत पंचमी, हिंदू परंपरा में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो वसंत के प्रारंभ को समर्पित है। यह त्योहार हिंदू महीने माघ के पांचवें दिन को मनाया जाता है।

इस वर्ष बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाया जाएगा, जिसमें देवी सरस्वती की पूजा और वसंत के आगमन का उत्सव होता है।

बसंत पंचमी के उत्सव में ज्ञान, संगीत, कला और बुद्धि की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जिसे धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्व दिया जाता है।

बसंत पंचमी के दिन लोग पारंपरिक भारतीय व्यंजनों को बनाते हैं और इस अवसर पर पतंग उड़ाते हैं, जो वसंत के आगमन का सूचक होता है।

बसंत पंचमी के दिन विद्या और कला की देवी, सरस्वती की पूजा की जाती है, और लोग उत्साह से इस अवसर पर उपवास करते हैं और प्रार्थना करते हैं।

घरों को अल्पना और फूलों से सजाया जाता है, और सरस्वती पूजा के बाद मिठाई और फल बाँटे जाते हैं।लोग इस दिन पर पतंग उड़ाकर और खास व्यंजन तैयार करके उत्सव का आनंद लेते हैं।

इस दिन कार्यक्षेत्रों में भी आमंत्रितों को पीले रंग की साड़ियों या कपड़ों में देखा जाता है, जो खुशहाली और उत्साह का प्रतीक होता है।

बसंत पंचमी के दिन विद्यालयों और कॉलेजों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें सरस्वती माता की पूजा, संगीत और कला के प्रतियोगिताएं और अन्य गतिविधियाँ शामिल होती हैं।