बिल मल्होत्रा, क्लेरिज होम्स के संस्थापक और सीईओ, ने भारत से ओटावा तक की एक प्रेरक यात्रा तय की है, जिसमें उन्होंने 1986 से शहर के रियल एस्टेट परिदृश्य को बदला है।
मल्होत्रा ने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उनकी यात्रा की शुरुआत 20 साल की आयु में कनाडा की ओर हुई।
मल्होत्रा ने अपने नेतृत्व में क्लेरिज होम्स को 14,000 से अधिक संपत्तियां तैयार करने का अद्वितीय दर्जा दिलाया है। इसमें वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक "क्लैरिज आइकन" भी शामिल है।
उन्हें "द कॉन्डो किंग" के नाम से मशहूर किया गया है, और उनका प्रभाव रियल एस्टेट के सीमा से परे तक फैला हुआ है।
मल्होत्रा ने ओटावा सीनेटर स्वामित्व समूह के हिस्से के रूप में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है और उनकी कुल संपत्ति का मूल्य $1.9B है, जैसा कि फोर्ब्स ने बताया है।
उनकी कार्य नीति ने ओटावा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उनके नेतृत्व में क्लेरिज होम्स ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की है।
मल्होत्रा की कहानी दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत, और सफलता की एक उदाहरण है, जो दिखाता है कि सपनों को पूरा करने के लिए उम्रदराज आगे बढ़ना हमेशा संभव है।
मल्होत्रा की कुल संपत्ति की गिनती $1.9B है, जिससे वह भारतीय समुदाय के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन रहे हैं, और उनकी कहानी एक उदाहरण सा है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।