भाविश अग्रवाल का दृढ नेतृत्व: भाविश अग्रवाल, ओला के संस्थापक और अध्यक्ष, ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) स्टार्टअप "क्रुट्रिम" को शुरू किया है और उसके अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं।
"क्रुट्रिम" ने अपने उद्देश्य को व्यक्त करने, एआई कंप्यूटिंग स्टैक की निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े पैमाने पर धन जुटाने का एलान किया है।
पूरे देश का पहला यूनिकॉर्न: "क्रुट्रिम" ने 26 जनवरी को 1 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 50 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ देश का पहला एआई स्टार्टअप यूनिकॉर्न बनने का एलान किया है।
धन जुटाने में उदारता: यह निवेश छह महीने पहले ही आया है और इससे तात्पर्य है कि एआई स्टार्टअप्स में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी का संकेत है।
शुरुआती समर्थकों का नेतृत्व: मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया, अग्रवाल के उपक्रमों के शुरुआती समर्थक, ने इस फंडिंग दौर का नेतृत्व किया है।
एआई मॉडल की विवेचना: "क्रुट्रिम" का लक्ष्य है संपूर्ण एआई कंप्यूटिंग स्टैक का निर्माण करना, जिसमें भाषा मॉडलों को विकसित करना शामिल है, जैसे कि "क्रुट्रिम बेस" और "क्रुट्रिम प्रो"।
मल्टीमॉडल एआई: "क्रुट्रिम प्रो" 2024 में लॉन्च होने वाला है, जो मल्टीमॉडल होगा और एक समय में टेक्स्ट, ऑडियो, छवि और वीडियो को समझने और काम करने की क्षमता रखेगा।
स्वदेशी डेटा सेंटर और इंफ्रास्ट्रक्चर: "क्रुट्रिम" ने स्वदेशी डेटा सेंटर और अंततः सर्वर-कंप्यूटिंग, एज-कंप्यूटिंग, और सुपर-कंप्यूटर विकसित करने के लिए भी काम करने की योजना बनाई है।