आरती और दर्शन का समय: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टों ने भगवान राम के मंदिर में आरती और दर्शन के समय का विवरण जारी किया है।

आरती का समय: श्रीरामलला की आरती साढ़े चार बजे होगी, जो भक्तों को दिन की शुरुआत में भगवान की आराधना करने का अवसर देगी।

मंगला आरती: मंगला आरती साढ़े छह बजे होगी, जिससे भक्त सुबह के समय मंदिर में श्रीराम की आराधना कर सकेंगे।

दर्शन का समय: भक्त शाम सात बजे से मंदिर में दर्शन कर सकेंगे, जिससे वे दिन को धन्यता और भक्ति भाव से समाप्त कर सकेंगे।

भोग आरती: दोपहर बारह बजे भगवान राम की भोग आरती होगी, जिसमें भक्त अपनी पूर्व संकल्पना और श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।

आरती कार्यक्रम: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने समझाया कि आरती से लेकर दर्शन तक का समय सुचारू रूप से योजित किया गया है।

दान काउंटर: प्राण प्रतिष्ठा के दिन भक्तों ने 3.17 करोड़ रुपए का चढ़ावा दान किया, जो भगवान के मंदिर के संचालन और सेवा में लगाया जाएगा।

भक्तों की भीड़: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद, पहले ही दिन भक्तों की भीड़ भारी थी, जिससे प्रबंधन को सहज दर्शन की व्यवस्था के लिए योजना बनानी पड़ी।